अर्थशास्त्र के अध्ययन की आवश्यकता क्यों पड़ती है|
एक उपभोक्ता के रूप में - हम सभी की सीमित आय एवं इससे हम अपनी असीमित इच्छाएं पूरी करना चाहते हैं |अर्थशास्त्र हमें उपभोग एवं आय के विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं के आवंटन से संबंधित संयोग का निर्णय देने में सहायता करता है |
एक उत्पादक के रूप में -एक उत्पादक इस तरह है वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन करना चाहता है जिससे उत्पादन की लागत न्यूनतम तथा लाभ अधिकतम हो , अर्थशास्त्र हमें ऐसे सिद्धांत देता है जिनसे हम ऐसे संयोग का चुनाव कर सकें|
एक निवेशक के रूप में - एक निवेशक के रूप में हमें अपने धन के ऐसे परियोजना में लगाने की आवश्यकता है जो हमें अधिकतम लाभ का अर्जन एवं न्यूनतम जोखिम के साथ प्राप्त कराएं |
एक नागरिक के रूप में- अर्थशास्त्र हमें सरकारी नीतियों का समाज एवं अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में सहायता प्रदान करता है |
एक मनुष्य के रूप में .- जब हम दुर्लभता के सिद्धांत को अपने दैनिक जीवन में लागू करते हैं तो हमें यह एहसास होता है कि समय हमारा सबसे दुर्लभ और गैर नवीकरणीय स्रोत है | हम अपनी पूरी संपत्ति खर्च करके भी जीवन का एक क्षण भी नहीं बढ़ा सकते हैं , अतः अर्थशास्त्र हमें कुशलता, सर्वोत्तम उपयोगिता ,विवेकशील तथा निर्णय लेना लागत लाभ विश्लेषण का आधार सिखाता है|
एक उत्पादक के रूप में -एक उत्पादक इस तरह है वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन करना चाहता है जिससे उत्पादन की लागत न्यूनतम तथा लाभ अधिकतम हो , अर्थशास्त्र हमें ऐसे सिद्धांत देता है जिनसे हम ऐसे संयोग का चुनाव कर सकें|
एक निवेशक के रूप में - एक निवेशक के रूप में हमें अपने धन के ऐसे परियोजना में लगाने की आवश्यकता है जो हमें अधिकतम लाभ का अर्जन एवं न्यूनतम जोखिम के साथ प्राप्त कराएं |
एक नागरिक के रूप में- अर्थशास्त्र हमें सरकारी नीतियों का समाज एवं अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में सहायता प्रदान करता है |
एक मनुष्य के रूप में .- जब हम दुर्लभता के सिद्धांत को अपने दैनिक जीवन में लागू करते हैं तो हमें यह एहसास होता है कि समय हमारा सबसे दुर्लभ और गैर नवीकरणीय स्रोत है | हम अपनी पूरी संपत्ति खर्च करके भी जीवन का एक क्षण भी नहीं बढ़ा सकते हैं , अतः अर्थशास्त्र हमें कुशलता, सर्वोत्तम उपयोगिता ,विवेकशील तथा निर्णय लेना लागत लाभ विश्लेषण का आधार सिखाता है|
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